Wednesday 9 November 2022

यूपी के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक अब अर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं नहीं होंगी

  यूपी के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक अब अर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं नहीं होंगी


 परिषदीय स्कूलों में नहीं होंगीअर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं, निपुण टेस्ट के बाद सीधे वार्षिक परीक्षा देंगे 8वीं तक के छात्र

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लखनऊ : यूपी के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक अब अर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं नहीं होंगी। सभी मंडलों में निपुण असेसमेंट टेस्ट (एनएटी) ठीक से करवाए जाएंगे। इसके बाद बच्चों को सीधे वार्षिक परीक्षा देनी होगी। बेसिक शिक्षा विभाग का मानना है कि हर माह विद्यालयों में सतत आकलन किया ही जाता है, जबकि एनएटी भी आठवीं कक्षा तक हो रहा है। ऐसे में बच्चों पर परीक्षाओं का अधिक दबाव उचित नहीं है।

इस फैसले की वजह शिक्षकों की व्यस्तता और कई अभियानों की जिम्मेदारी भी बताई। जा रही है। दरअसल, कोविड के दौरान बच्चों की पढ़ाई ठीक से न हो पाने के कारण केंद्र सरकार ने निपुण भारत अभियान शुरू किया है। प्रदेश सरकार ने भी इस अभियान के तहत ट्रेनर तैयार किए। पढ़ाने के नए तौर- तरीके शिक्षकों को बताए गए। इसके लिए उनका लगातार ऑनलाइन प्रशिक्षण भी हुआ। उसके अनुसार पढ़ाई के साथ बच्चों और शिक्षकों के ऑनलाइन मूल्यांकन के लिए 'सरल' ऐप विकसित किया गया। ऐप के जरिए लखनऊ मंडल में पहली बार ऑनलाइन परीक्षा भी करवाई गई। हालांकि, इस परीक्षा का अनुभव अच्छा नहीं रहा। तकनीकी दिक्कतों के कारण उसका रिजल्ट जारी नहीं हो पाया। अब दोबारा सभी मंडलों में एनएटी करवाने की तैयारी है। एनएटी में विभाग और शिक्षकों की व्यस्तता के कारण भी अभी तक अर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। ऐसे में अब इनकी जगह सीधे वार्षिक परीक्षा करवाने का फैसला किया गया है। शिक्षक भी परीक्षाओं का दबाव कम करने के पक्ष में हैं। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि सतत मूल्यांकन हर महीने होता है। ऐसे में ज्यादा परीक्षाओं का दबाव बच्चों पर नहीं होना चाहिए।

अयोध्या मंडल की निपुण परीक्षा अब 16 को होगी: अयोध्या मंडल के सभी जिलों में निपुण परीक्षा अब 16 नवंबर को होगा। यह परीक्षा पहले लखनऊ मंडल के बाद 20 अक्टूबर को होनी थी। बाद में परीक्षा स्थगित कर इसकी नई तारीख 10 नवंबर तय की गई थी। डीजी स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने 16 नवंबर को परीक्षा करवाने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ और अयोध्या के अलावा अन्य मंडलों में 22 से 30 नवंबर के बीच परीक्षाएं प्रस्तावित हैं।

अब आठवीं तक ऑनलाइन परीक्षाएं करवाई जा रही हैं। सभी मंडलों में तकनीक का इस्तेमाल करते बेहतर तरीके से परीक्षाएं करवाई जाएंगी। इसके बाद वार्षिक परीक्षाएं होगी। - विजय किरण आनंद, निदेशक स्कूल शिक्षा



परिषदीय विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं बहुत पहले से होती रही हैं। शिक्षा का अधिकार (आरटीई) आने के बाद बच्चों के सतत मूल्यांकन की प्रक्रिया हुई। इसमें हर महीने बच्चों का मूल्यांकन किया जाता है। कोविड के दौरान वार्षिक परीक्षाओं पर संकट आया तो फिर टर्म परीक्षाओं का प्रावधान शैक्षिक कैलेंडर में किया गया। इस साल पाठ्य-पुस्तकों में भी वह कैलेंडर छापा गया। इस कैलेंडर के अनुसार अगस्त के अंत में टर्म-1 परीक्षा  और अक्टूबर अंत में अर्द्धवार्षिक परीक्षा होनी थी। ये दोनों परीक्षाएं अब तक नहीं हुई हैं।

यूपी के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक अब अर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं नहीं होंगी Rating: 4.5 Diposkan Oleh: sony singh

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