Monday 7 November 2022

स्कूलों के 70 प्रतिशत शिक्षकों का स्वास्थ्य ठीक नहीं है

  स्कूलों के 70 प्रतिशत शिक्षकों का स्वास्थ्य ठीक नहीं है

 प्रयागराज जनपद में परिषदीय स्कूलों के 70 प्रतिशत शिक्षकों का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इस मसले पर अब विभाग भी गंभीर हो गया है। अब उनकी काउंसिलिंग की तैयारी की जा रही है जिससे वे स्वयं को स्वस्थ रख सकें। उनके लिए स्वास्थ्य शिविर और खेल की सुविधाओं को भी विकसित करने की कवायद शुरू हो चुकी है।



डीएम के निर्देश पर लगे हेल्थ चेकअप कैंप में सामने आया मर्ज

डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए डीएम संजय कुमार खत्री के निर्देश पर जिले में कई जगहों पर स्वास्थ्य शिविर लगाने के साथ लोगों के रक्त के नमूने लेकर टेस्ट किए गए। BSA प्रवीण कुमार तिवारी की अगुवाई में बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों की ओर से चार रक्तदान शिविर भी लगाए गए। पहला शिविर 17 अक्टूबर को तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय के ब्लड बैक में लगा था। इसें रक्तदान के लिए 36 अध्यापकों ने पंजीकरण कराया। जांच के दौरान 21 शिक्षक रक्त देने के लिए उपयुक्त नहीं पाए गए। मात्र 15 शिक्षकों ने रक्तदान किया।

कटरा कंपोजिट स्कूल और बेली के शिविर में भी वही हाल



दूसरा शिविर 21 अक्टूबर को नया कटरा कंपोजिट विद्यालय में लगाया गया। यहां 98 अध्यापकों ने पंजीकरण कराया। 61 शिक्षक तमाम शारीरिक परेशानियों के कारण रक्तदान देने के लिए पात्र नहीं पाए गए। सिर्फ 37 शिक्षकें ने रक्तदान किया। तीसरा रक्तदान शिविर तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय के ब्लड बैक में 29 अक्टूबर को लगा था। इसमें 47 लोगों ने पंजीकरण कराया था। 30 लोग ही रक्तदान कर सके। शेष स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण रक्तदान के लिए उपयुक्त नहीं मिले।





जीआइसी के शिविर में 110 शिक्षक मिले रोग ग्रस्त

चौथा शिविर जीआइसी में लगाया गया। यहां पर 225 शिक्षकों ने रक्तदान के लिए पंजीकरण कराया। इनमें से 110 शिक्षक रक्तदान के लिए उपयुक्त नहीं पाए गए। 115 अध्यापक ही रक्तदान कर सके। बीएसए ने बताया कि चार बार के रक्तदान शिविर में कुल 406 शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने रक्तदान के लिए पंजीकरण कराया था। इनमें से जांच के बाद 222 शिक्षक/ शिक्षिकाएं शुगर, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, तनाव सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित मिले। 184 अध्यापक ही रक्तदान कर पाए।

माना बीएसए ने कि बात चिंता की



बीएसए ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में अध्यापकों का बीमारी से ग्रसित होना चिंता की बात है। शिक्षकों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए प्रति माह जिला स्तर व ब्लाक स्तर पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन शीघ्र किया जायेगा। उसमें शिक्षकों की काउंसलिंग होगी और उनको स्वस्थ रहने के लिए परामर्श भी दिया जायेगा।



यह भी कहा कि कंपोजिट विद्यालय कटरा के मैदान पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ओर से अलग अलग खेलों के कोर्ट तैयार किए जा रहे हैं। वहां पर योग, काउंसलिंग, बालीबाल, टेनिस सहित तमाम खेलों की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा कि वह नियमित रूप से कोर्ट पर या खेल के मैदान में भी उपस्थित होकर अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हों।


 

स्कूलों के 70 प्रतिशत शिक्षकों का स्वास्थ्य ठीक नहीं है Rating: 4.5 Diposkan Oleh: sony singh

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