Saturday 25 June 2022

विद्यालयों की हालत बच्चों को उच्च शिक्षा मिड डे मील बेहतर करने के लिए काफी पैसा खर्च करती

  विद्यालयों की हालत बच्चों को उच्च शिक्षा मिड डे मील बेहतर करने के लिए काफी पैसा खर्च करती



 बाराबंकी: योगी सरकार में शिक्षा माफिया इस कदर हावी है। कि वे अपने कर्तव्य का जरा भी निर्वाहन नहीं करते हैं। जबकि प्रदेश की सरकार विद्यालयों की हालत बच्चों को उच्च शिक्षा मिड डे मील बेहतर करने के लिए काफी पैसा खर्च करती है लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते विद्यालयों के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।


विकास खंड सिद्धौर क्षेत्र के आधा दर्जन प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में अधिकतर शिक्षक नदारद रहे। मिड डे मील किसी विद्यालय में गुणवत्ता परक नहीं बना। गुणवत्ता विहीन भोजन बच्चों को परोसा गया। क्षेत्र में समय पहले कई स्कूल बंद पाए गए। शिक्षा क्षेत्र सिद्धौर अंतर्गत आधा दर्जन से अधिक प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों कि आज जांच पड़ताल की गई जिसमें प्राथमिक विद्यालय रायपुर में प्रधानाध्यापक मोहम्मद शरीफ व शिक्षामित्र केतकी देवी अनुपस्थित पाई गई। विद्यालय में एक भी बच्चे उपस्थित नहीं पाए गए। हैंड पंप खराब मिला। शौचालय जर्जर पाए गए। बाउंड्री वाल नदारद मिली। पूर्व माध्यमिक विद्यालय छूलापाही में प्रधानाध्यापक राम सुशील सहायक अध्यापक श्वेता वर्मा उपस्थित पाई गई। कुल 52 बच्चों में 25 बच्चे उपस्थित मिले दो रसोईया मौजूद मिली। मिड डे मील में मात्र गुणवत्ता विहीन तहरी बनी पाई गई और बच्चों को दूध तक नहीं उपलब्ध कराया गया। प्राथमिक विद्यालय पूरे सागर प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय मिर्जापुर सहित क्षेत्र के अधिकांश विद्यालयों में कुछ अध्यापक नदारद रहे मिड डे मील में बनी तहरी गुणवत्ता विहीन पाई गई। तो बच्चों को दिया जाने वाला दूध विद्यालयों से गायब रहा। वही प्राथमिक विद्यालय ख्वाजापुर प्राथमिक विद्यालय चन्दं भानपुर में शिक्षक समय से पहले विद्यालय बंद कर चले गए। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी मनीराम वर्मा ने बताया की शिकायत मिली है जांच कर कार्रवाई की जाएंगी

विद्यालयों की हालत बच्चों को उच्च शिक्षा मिड डे मील बेहतर करने के लिए काफी पैसा खर्च करती Rating: 4.5 Diposkan Oleh: sony singh

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