Tuesday 31 May 2022

स्कूल सरकारी या एडेड स्कूलों से बेहतर होते हैं तो यह आम धारणा लगभग गलत

  स्कूल सरकारी या एडेड स्कूलों से बेहतर होते हैं तो यह आम धारणा लगभग गलत 



यदि आपको भी लगता है कि निजी स्कूल सरकारी या एडेड स्कूलों से बेहतर होते हैं तो यह आम धारणा लगभग गलत है। दक्षता के स्तर की बात करें तो यूपी के सरकारी प्राइमरी और जूनियर स्कूलों के विद्यार्थी निजी स्कूलों से बेहतर कर रहे हैं। कक्षा 8 की गणित में सरकारी स्कूलों के 32 फीसदी बच्चे दक्षता के स्तर पर हैं तो निजी स्कूलों के 23 फीसदी बच्चे ही इस स्तर तक पहुंच पाए हैं।



ये तथ्य राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 में सामने आया है। इसी तरह सरकारी स्कूलों के 23 फीसदी विद्यार्थी सामजिक विज्ञान में दक्ष हैं तो निजी स्कूलों के 14 फीसदी विद्यार्थी ही इस स्तर पर पहुंच पाए हैं। वहीं विज्ञान में भी सरकारी स्कूलों के 25 फीसदी के मुकाबले निजी स्कूलों के 21 फीसदी ही इस स्तर पर पहुंचे। भाषा में सरकारी स्कूल के 22 फीसदी विद्यार्थियों के मुकाबले निजी स्कूलों के 29 फीसदी बच्चे इस विषय में बेहतर हैं।




10 के निजी स्कूलों के विद्यार्थी ज्यादा दक्ष



कक्षा 10 की बात करें तो माध्यमिक शिक्षा की तस्वीर उलट है। कक्षा 10 गणित, विज्ञान व अंग्रेजी में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी दक्षता के स्तर पर निजी स्कूलों से नीचे हैं। गणित में सरकारी स्कूलों के 10 फीसदी बच्चे दक्ष हैं तो निजी स्कूलों के 18 फीसदी, विज्ञान में सरकारी स्कूलों के 2 फीसदी के मुकाबले निजी स्कूलों के 5 फीसदी और सामाजिक विज्ञान में 6 फीसदी के मुकाबले 8 प्रतिशत विद्यार्थी बेहतर हैं।

स्कूल सरकारी या एडेड स्कूलों से बेहतर होते हैं तो यह आम धारणा लगभग गलत Rating: 4.5 Diposkan Oleh: sony singh

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