Thursday 5 May 2022

हेड मास्टर रोज ना आने वाले निलंबित स्कूल में एक भी बच्चे कम हेड मास्टर का वेतन रोक दिया जाए पूरी खबर पढ़ें विस्तार से

 हेड मास्टर रोज ना आने वाले निलंबित स्कूल में एक भी बच्चे कम हेड मास्टर का वेतन रोक दिया जाए पूरी खबर पढ़ें विस्तार से

प्रतापगढ़, बीएसए के औचक निरीक्षण में स्कूल न आने वाले प्रधानाध्यापकों पर गाज गिरी है। रोज न आने वाले हेडमास्टर को निलंबित कर दिया जबकि एक भी बच्चे के स्कूल न आने पर गैरहाजिर हेडमास्टर का बीएसए ने वेतन रोक दिया है। इसके अलावा अनुपस्थित छह सहायक अध्यापकों औ दो शिक्षामित्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।



बुधवार को बीएसए भूपेंद्र सिंह ने मानधाता ब्लॉक के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय ऐजहा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक सभापति निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले। शिक्षकों ने बताया कि 30 अप्रैल से वह स्कूल नहीं आ रहे। यह भी बताया कि वह नियमित नहीं आते और मनमानी करते हैं। बीएसए ने देखा कि स्कूल में कोई अभिलेख नहीं है। रंगाई-पुताई भी भवन की नहीं कराई गई। बीते चार-पांच साल से कंपोजिट ग्रांट से कोई काम नहीं कराया गया। स्कूल के कमरों की फर्श टूटी है और शौचालय में ईंट पत्थर भरा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने प्रधानाध्यापक सभापति को निलंबित करते हुए तीन सदस्यीय कमेटी को जांच का आदेश दिया।


इसी तरह प्राथमिक विद्यालय बहरापुर के निरीक्षण के दौरान हेडमास्टर बृजेश कुमार व शिक्षामित्र पूनम पांडेय अनुपस्थित मिलीं। पंजीकृत 86 बच्चों में से एक भी बच्चा स्कूल नहीं आया था। इस पर बीएसए ने हेडमास्टर का वेतन रोकते हुए शिक्षामित्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कम्पोजिट विद्यालय सुबरनी में सहायक अध्यापक सुरेंद्र प्रकाश तिवारी, नीलेश प्रताप सिंह के साथ शिक्षामित्र मनीसुर्रहमान अनुपस्थित मिले। सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्राथमिक विद्यालय लाखापुर में सहायक अध्यापक उमेश चंद्र दुबे अनुपस्थित मिले। कम्पोजिट स्कूल सहिजनपुर में सहायक अध्यापक रणजीत कुमार तथा प्राथमिक विद्यालय खुशहालगंज पनियारी में सहायक अध्यापक वंदना पाल, मोनिका व शिक्षामित्र संगीता सिंह अनुपस्थित पाई गईं। बीएसए ने सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

हेड मास्टर रोज ना आने वाले निलंबित स्कूल में एक भी बच्चे कम हेड मास्टर का वेतन रोक दिया जाए पूरी खबर पढ़ें विस्तार से Rating: 4.5 Diposkan Oleh: sony singh

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